1. नोट: यदि ऊपर व्यंजन ध्वनि अच्छा है, 2. असमिया में व्यंजन ध्वनि ऐसे लगती है जैसे इनके साथ 3. व्यंजन ध्वनि किसी उच्चारण में स्वर का पूर्व या पर अंग बनकर ही आती है।4. व्यंजन ध्वनि किसी उच्चारण में स्वर का पूर्व या पर अंग बनकर ही आती है।5. व्यंजन ध्वनि किसी उच्चारण में स्वर का पूर्व या पर अंग बनकर ही आती है।6. असमिया में व्यंजन ध्वनि ऐसे लगती है जैसे इनके साथ ‘ ओ ' जोड़ दिया गया हो। 7. उदाहरण के लिए यदि हम ‘क ' वर्ण का अकेले उच्चारण करें तो उसमें व्यंजन ध्वनि ‘क्' के साथ स्वर ध्वनि ‘अ' अवश्य होगी। 8. उदाहरण के लिए यदि हम ‘क ' वर्ण का अकेले उच्चारण करें तो उसमें व्यंजन ध्वनि ‘क्' के साथ स्वर ध्वनि ‘अ' अवश्य होगी। 9. इन दोनों स्थितियों में भी [ई] पार्श्विक व्यंजन ध्वनि अधिक प्रयुक्त होती हैं, स्वरों के मय में इसके स्थानपर लुंठित व्यंजन ध्वनि [र्] उच्चारित होती हैं. 10. इन दोनों स्थितियों में भी [ई] पार्श्विक व्यंजन ध्वनि अधिक प्रयुक्त होती हैं, स्वरों के मय में इसके स्थानपर लुंठित व्यंजन ध्वनि [र्] उच्चारित होती हैं.